हाल-ए-दिल तो सब ही है पूछते आये
हाल-ए-रूह1 भी कोई पूछे, तो मज़ा आये 1 आत्मा
ग़म-ए-धूप में है सब चलते आये
किसीको सुकूँ2-ए-छाव दे तो मज़ा आये 2 शांति
सुकूत3-ए-ज़िन्दगी है सब जीते आये 3 निःश्यब्द
कि कोई एक ग़ज़ल गाये तो मज़ा आये
मौला-ए-समंदर से है सब डरते आये
कि कोई उसमे डूबे तो मज़ा आये
सहरा4-ए-दुनिया में है सब मज़हबी5 आये 4 रेगिस्तान
कि कोई इंसान भी यहाँ आये तो मज़ा आये 5 मज़हब से प्यार करने वाले
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